गोलोक एक्सप्रेस में सनातन धर्म से जुड़े विभिन्न शास्त्रों के अध्ययन और प्रचार पर बहुत अधिक बल दिया जाता है। भगवद गीता के अनुसार जो भी ईश्वर के इस दिव्य ज्ञान को उनके ज्यादा से ज्यादा भक्तों में बांटने का प्रयास करता है उसे ईश्वर स्वयं शुद्ध भक्ति का आशीर्वाद देते हैं, इसीलिए इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु गोलोक एक्सप्रेस में “हर एक किसी को सिखाए” की पद्धति पर चलते हुए कोशिश की जाती है की जो जितना सीख जाए उसे और भक्तों में बांटने का प्रयास करे। इसी प्रक्रिया को सुलभ बनाने के लिए गोलोक एक्सप्रेस में प्रतिदिन हर समय बहुत से भक्त अलग अलग समय पर ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से इस ज्ञान को आगे बांट पाने में सक्षम हो रहे हैं और जो भक्त बहुत समय से ऐसा कर रहे हैं वे उच्च कोटि के आध्यात्मिक मार्गदर्शक बन गए हैं। ऐसे भक्तों को प्रोत्साहन देने के लिए गोलोक एक्सप्रेस यू ट्यूब चैनल पर स्पिरिचुअल गपशप कार्यक्रम शुरू किया गया है जहां इन भक्तों के साथ उनकी आध्यात्मिक यात्रा, दिव्य अनुभव, नवसाधक के लिए उनके संदेश इत्यादि पर चर्चा की जाती है और एक मंच पर नवसाधक के लिए उनके अनुभवों का निचोड़ सुलभ करवाने का प्रयास किया जाता है ताकि वे भी उनसे प्रेरित होकर घर घर मंदिर हर मन मन्दिर के मिशन को अपना जानकर इस यज्ञ में अपनी आहुतियां डाल सकें और कलियुगी जीवन शैली से अंकुरित होने वाली नवीन समस्याओं जैसे अवसाद, नशा, क्रोध, कलह कलेश इत्यादि से स्वयं भी मुक्त हों और समाज को भी सही दिशा देने में समर्थ हों। बहुत से लोग गोलोक एक्सप्रेस की इन रचनात्मक क्रियाओं से प्रेरित होकर भक्ति मार्ग पर अग्रसर होते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को भी प्रेरित कर आध्यात्मिकता की इस ज्योत की श्रृंखला प्रतिक्रिया को प्रज्वलित रखने में अपना योगदान दे रहें हैं।