घर-घर मंदिर हर मन मंदिर के सपने को साकार करते भक्तिमय सकारात्मक समाज की नींव रखने और भक्ति का प्रचार प्रसार करते हुए गोलोक एक्सप्रेस हर घर में भक्ति का दिया जलाने और प्रभु कृपा का अनुभव कराने, घरों में आयोजित सत्संग समारोह में सम्मिलित होते हैं। जन्मदिन हो या शादी की सालगिरह , नव दंपति के नवजीवन के मांगलिक कार्य या फिर कोई भी विशेष दिन, सभी सुअवसरों पर भाविक जनों के द्वारा सादर आमंत्रित करने पर गोलोक एक्सप्रेस के संस्थापक , सह संस्थापक और अनेक गोलोकियन्स वहां एक साथ मिलकर हरि नाम संकीर्तन और भजनों का आनंद लेते हैं और वातावरण को दिव्यता से भर देते हैं। जहां आध्यात्मिक गुरु निखिल जी नितिन जी प्रीति जी द्वारा बहुत ही प्यारी-प्यारी भगवान जी की दिव्य लीलाओं की चर्चा की जाती है , जय घोष की ध्वनि से , गुरु और भक्तों के उपस्थिति से चहुंओर भक्ति की मस्ती छा जाती है। आध्यात्मिक गुरु की उपस्थिति सभी के आभामंडल को दिव्यता प्रदान करती है। प्रभु की कृपा शक्ति की अनुभूति सभी को आनंदित करती है और सकारात्मक ऊर्जा सभी के चेहरे की प्रसन्नता को बढ़ाती है।
घरों में आयोजित ऐसे सत्संग जहां पारिवारिक माहौल को मजबूत करते हैं है, भगवान जी के कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करते है वही आपसी मेल-जोल और सद्भाव से नशामुक्त सकारात्मक भक्तिमय समाज के निर्माण में सहयोग भी करते है। समाज को एक सही दिशा दिखाता, घरों में आपसी तालमेल बनाता , सभी को एक सूत्र में बांधता गोलोक एक्सप्रेस का यह प्रयास सच में बहुत ही प्यारा और सराहनीय है। इस सेवा भाव के लिए गोलोक एक्सप्रेस का तहे दिल से धन्यवाद। हरि हरि बोल।