संस्थापक सदस्य (Founding Members)
Smt. Preeti Gupta

गोलोक एक्सप्रेस की फाउंडिंग टीम की सदस्या प्रीति जी एक विदुषी महिला हैं। ये गोलोक एक्सप्रेस के सह संस्थापक नितिन जी की अर्धांगिनी हैं। ये एक बहुत ही सौम्य व्यक्तित्व की और दो प्यारे बच्चों की ममतामयी माँ भी हैं। गोलोक एक्सप्रेस आज आध्यात्मिकता की जिन ऊंचाइयों पर पहुँचा है, उसमें प्रीति जी का बहुत बड़ा हाथ है। बचपन से ही भक्तिमय वातावरण में पली-बड़ी प्रीति जी की रुचि शास्त्र-ग्रन्थों के पठन-पाठन में प्रारंभ से ही थी। बचपन से ही अमृतवाणी का पाठ करती थी, नितिन जी से परिणय सूत्र में बँधने के बाद नए परिवेश में आकर भी इनका शास्त्रों-ग्रंथों की ओर रुझान, तथा भक्ति भाव और अधिक बढ़ा, क्योंकि यहाँ इन्हें प्रेरक के रूप में भाई समान निखिल जी का साथ मिल गया था, निखिल जी की प्रेरणा से इन्होंने श्रीमद्भगवदगीता, श्रीमद भागवत महापुराण, चैतन्य चरितामृत उपदेशामृतम्, नाभागोस्वामीकृत, भक्तमाल आदि ग्रन्थों को पढ़ा और इनपर Podcast भी बनाए। वर्तमान समय में प्रीति जी श्रीमदभागवत महापुराण की कथाओं का बहुत सुंदर सत्संग भी लीड करती हैं। गोलोक एक्सप्रेस की मैनेजमेंट सेवाओं में भी महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। गोलोक एक्सप्रेस में समस्त नारी जाति के प्रेरणादात्री प्रीति जी को शत-शत नमन हैं, जो एक सफल गृहस्थ जीवन आध्यात्मिक जीवन दोनों में सामंजस्य बना कर चलती है।
Adv. Nimish Gupta Ji
गोलोक एक्सप्रेस की फाऊंडिंग टीम के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में निमिष जी का नाम विशेष आदर के साथ लिया जाता है, ये निखिल जी के छोटे भाई हैं। वर्तमान समय में ये शिमला में अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे है, और वहाँ उच्च न्यायालय में एक सफल एडवोकेट के पद पर कार्यरत हैं। निखिल जी की प्रेरणा से निमिष जी ने भी भक्ति मार्ग पर चलने का प्रयास किया, और शीघ्र ही दिव्य ग्रन्थों का पठन-पाठन कर आध्यात्मिकता के मार्ग पर अग्रसर हुए। निमिष जी बताते हैं, भक्ति मार्ग में जुड़ने से पहले इन्हें संसार की चकाचौंध बहुत आकर्षित करती थी, सब कुछ होने के बाद भी वास्तविक खुशी अनुभव नहीं हो रही थी, जीवन मशीन बनकर रह गया था, जिसमें काम के अलावा और कुछ नहीं था। ऐसे में निखिल जी की प्ररेणा से इन्हें सही मार्ग – दर्शन मिला, माला जाप के महत्त्व को समझा, जिससे इनके अन्दर आध्यात्मिक शांति व सकारात्मकता का भाव आने लगा। काम के प्रति फोकस बढ़ा, प्रोडक्टिविटी बढ़ी, सांसारिक विषयों के प्रति जुड़ाव कम होने लगा, जीवन विनाशक गतिविधियों से हटकर भक्तिमय होने लगा, निमिष जी गोलोक एक्सप्रेस के प्रति अपनी सारी सेवाओं का निर्वहण बखूबी करते हैं, विभिन्न सत्संग कार्यक्रमों में इनकी उपस्थिति हमेशा बनी रहती है। गोलोक एक्सप्रेस की मेनेजमेण्ट सेवाओं में बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। इच्छुक भक्तजनों को भक्ति मार्ग से जोड़ने में रत रहते हैं, स्वभाव से बहुत अधिक विनम्र, धैर्यवान और सहनशील हैं, life ke funde इस श्रृंखला में बने अनेक Videos में निखिल जी नितिन जी के साथ इन्हें देखा जा सकता है। शत-शत नमन है, निमिष जी को ।

Ms Rupali Gupta Ji
गोलोक एक्सप्रेस की एक बहुत ही क्रियाशील (active) सदस्या के रूप में रूपाली जी का नाम बहुत आदर से लिया जाता है। ये गोलोक एक्सप्रेस के संस्थापक निखिल जी की बहन हैं, जो निखिल जी के स्वप्न ‘हर घर मन्दिर हर मन मन्दिर’ मिशन में बढ़ चढ़ कर योगदान देती हैं। भक्तिमय परिवार में जन्मी रूपाली जी गोलोक एक्सप्रेस के मंच पर सामने चाहे कम दिखती हैं, परंतु मंच के पीछे रहकर वे सारी संचालन प्रक्रिया को संभालती हैं, Google Meet व यूट्यूब पर जितने भी सत्संग होते हैं उन सबमें भक्तों को सेवा वितरित करने का कार्य रूपाली जी ही करती है। निखिल जी की प्रेरणा से इन्होंने विभिन्न शास्त्र-ग्रन्थों का गहन अध्ययन किया है। रुपाली जी सन् 2016 से श्रीमद भगवद्गीता का संत्सग भी भली भाँति लीड कर रही हैं, इसके अतिरिक्त life ke funde, दोहावली व रामायण के सत्संग में भी बढ़ चढ़ कर योगदान देती हैं। दूसरों को सलाह देना, मदद करना, धैर्य सहनशीलता, सेवा भाव इनके व्यक्तित्व के स्वाभाविक गुण हैं। रूपाली जी का कहना है, हमारे पारिवारिक संबंध सुदृढ़ होने चाहिए, क्योंकि परिवार के साथ भक्तिमार्ग पर चलना आसान और आनंददायक होता है। इससे समाज में शीघ्रता से परिवर्तन होता है। रुपाली जी के आत्मविश्वास और ग्रुप के प्रति सेवा भाव को शत-शत नमन है।
