जीवन जीना एक कला है, जीवन जीने की इस कला में जो जितना निपुण होता है, उतना ही सुंदर तरीके से वह जीवन जीता है। हम सब हर दिन नित्य नई समस्याओं व चुनौतियों का सामना करते हैं, पर इन सब से हम बहुत कुछ सीखते भी हैं, और विकसित भी होते हैं, इन चुनौतियों व समस्याओं से हम अपनी क्षमताओं को भी निखारने का अवसर देते हैं । इस सारी प्रक्रिया में हम स्वयं को सफल, साहसी, विवेकवान और सशक्त महसूस करते हैं। इसलिए जीवन में आने वाली समस्याएं और चुनौतियां बहुत महत्वपूर्ण है ।
जब हम स्वयं का आत्म विश्लेषण करते हैं तो हमें अपने भीतर अपनी कमियों व कमजोरियों का एहसास होता है और हम उन्हें सुधारने का प्रयत्न करते हैं। इन समस्याओं व कमजोरियों का निदान करने हेतु हमारे सामने नए-नए समाधान और विकल्प आते हैं जिनसे हम और समर्थ बनते हैं। समस्याओं का सामना करने से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है, हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक होता है। हम इतने सक्षम बन जाते हैं कि अपने भले के साथ-साथ परिवार, समाज, देश व विश्व के भले के विषय में भी सोचते हैं, व उसे कार्य रूप भी देते हैं। इन सब से हमारा व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन विकसित होता है ।
गोलोक एक्सप्रेस के संस्थापक डॉक्टर निखिल गुप्ता जी ने इस दिशा में बहुत ही महानतम कदम उठाया है। डॉ निखिल जी के द्वारा बनाई गई एक बहुत प्यारी सीरीज Life ke funde नाम से यूट्यूब पर प्रसारित की गई है, जिसमें जीवन में आने वाले संघर्षों व चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए, इसके बारे में बहुत सुंदर-सुंदर विडियोज़ के माध्यम से समझाया गया है। इनमें अनेक विषयों को शामिल किया गया है, जो हमारे जीवन में नित नई समस्याओं का कारण बनते हैं, और हमें इन समस्याओं से कैसे निपटना है, इसके विषय में कुछ पता नहीं होता, पहले यह समस्याएं छोटी लगती हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह हमारे लिए चिंता व दुख का कारण बन जाती हैं। और कहीं भी हमें इनका समाधान नहीं मिलता। अनेक ऐसे विषय इस श्रृंखला में शामिल किए गए हैं- जैसे – खुशी, जीवन का लक्ष्य, जरूरत से ज्यादा सोचना, कड़वे शब्द, नकारात्मक विचार, अपेक्षा दुख का कारण, अहम भाव, क्रोध, तनाव आदि और भी बहुत से विषय इसके अंतर्गत आते हैं।
गोलोक एक्सप्रेस को कोटि-कोटि नमन है, बहुत-बहुत धन्यवाद है, जो इस दिशा में बहुत महान कार्य कर रहा है। यहां सरल शब्दों व उदाहरणों के द्वारा ऐसी समस्याओं से मुक्ति पाने का उपाय बताया गया है।इन सभी वीडियोज़ में स्वयं पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही गई है, आत्म सुधार कर आत्म साक्षात्कार करने का मार्ग अपनाने को कहा गया है। स्वयं को बदलने की बात कही गई है, क्योंकि जैसा हम सोचते हैं – वैसा करते हैं।अगर हमारी दृष्टि बदल जाती है, तो हमारा दृष्टिकोण अपने आप बदल जाता है। कहा भी गया है – जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि। गोलोक एक्सप्रेस में इसके लिए एक प्यारी सी टैगलाइन भी है – Transform the world by Transforming yourself अर्थात हम स्वयं को बदलकर ही दुनिया को बदल सकते हैं । तो आइए Life Ke Funde सीरीज से जुड़कर अपने जीवन को सार्थक बनाएं।