विस्तृत पाठ्यक्रम (Detailed Course)
सरल भगवद गीता विस्तार से
घर-घर मंदिर हर मन मंदिर का सपना लिए गोलोक एक्सप्रेस हर घर में भगवत गीता का ज्ञान पहुंचाने और भक्ति का प्रचार प्रसार करने हेतु ऑनलाइन के माध्यम से भगवत गीता के श्लोकों का सरलतम भाषा में अध्ययन कराता है। गोलोक एक्सप्रेस के फाउंडर निखिल जी और को-फाउंडर नितिन जी बहुत ही बारीकियों से हमें हमारे जीवन के उदाहरणों के साथ श्रीमद् भगवत गीता के गूढ़ ज्ञान को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
भगवद गीता विस्तार से के इस कोर्स में हम सब कुछ विस्तार से समझेंगे। जिसमें सर्वप्रथम सरल भगवद् गीता का परिचय जानेंगे। हमें केवल भगवत गीता को पढ़ना नहीं है हमें भगवत गीता को जीना सिखना है। शिक्षाओं को ग्रहण कर जीवन में उतारना है।श्रीमद्भगवद्गीता, लगभग 5500 साल पूर्व, स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा गाया हुआ गीत है। अर्जुन की तरह हम सबको दिया हुआ उपदेश है जो हमें हमारे उलझन भरे जीवन से निकाल प्रभु जी से जोड़, उनकी शरणागति लेकर जीवन का आनंद प्रदान कर भगवत धाम प्राप्त कराने की समझ देता है।
श्रीमद भगवत गीता (संस्कृत) में कुल 18 अध्याय है 700 श्लोक है। वेदव्यास जी ने इसकी रचना की है और गणेश भगवान जी ने इसे लिखा है। यह महाभारत का ही एक भाग है। सारे वैदिक शास्त्रों के ज्ञान का निचोड़ है भगवत गीता।
सरल भगवत गीता विस्तार से, एक ऐसा कोर्स है, जो सरल शब्दों में भगवत गीता का ज्ञान हम तक पहुंचाता है। जहां संस्कृत भाषा बैरियर नहीं है। अपनी रोजमर्रा की भाषा में अपने ही उदाहरणों के साथ समझाई गयी है। हमारे गुरु निखिल जी के बारह तेरह साल के अनुभव से तैयार हुई है। सिंपल शब्दों में कहें तो निखिल जी के ” स्टडी नोट्स” है यह सरल भगवत गीता कोर्स।
इसके मूलतः दो पार्ट्स है।
1. फाउंडेशन कोर्स
2. भगवत गीता के 18 अध्याय (selected verses with practical explanations )
यह कोर्स ऑनलाइन कराया जाता है। भगवत कृपा से, YouTube and Facebook पर उपलब्ध है।
Foundation course हमें true sense में spirituality क्या होती है इसका knowledge देता है। जीवन में करना क्या है यह समझाता है और भगवद गीता को सरलता से समझने में मदद करता है, सकारात्मक बनाता है और जोश बनाए रखता है। भक्ति को जीवन में लाकर नित्य निरंतर प्रभु से जोड़े भी रखता है। सच कहें तो यह हमें टोटली ट्रांसफार्म कर देता है। इस कोर्स में हम …….
✔️भगवत गीता की आरती का अर्थ जानेंगे,
✔️भगवत गीता का माहत्म्य समझेंगे।
✔️श्रीमद भगवत गीता और श्रीमद् भागवतम महापुराण के बीच का अंतर जानेंगे।
✔️गोलोक एक्सप्रेस फाउंडिंग टीम ने भक्ति मार्ग क्यों चुना यह जानेंगे।
✔️गोलोक एक्सप्रेस का संगठन और विस्तार कैसे हुआ।
✔️गोलोक एक्सप्रेस नाम क्यों रखा गया?
✔️गोलोकधाम, वैकुंठधाम और स्वर्ग में क्या अंतर होता है।
✔️गोलोक धाम कैसा है?
✔️ गोलोक एक्सप्रेस की आईडियोलॉजी, टैगलाइंस का डिटेल अर्थ।
✔️अध्यात्म के मार्ग की गलत धारणाओं पर विस्तार से चर्चा कर उसे दूर किए जाएंगे।
✔️भगवत गीता क्या है जानेंगे।
✔️गोलोक एक्सप्रेस के अद्वितीय मॉडल्स ( Happiness Model, 4S pillars of Spiritual Life, ABCD Model, दो रथों की तुलना) किए जाएंगे।
इससे हमें अनगिनत लाभ मिलेगा।यह कोर्स हमारे जीवन को सकारात्मक तरीके से बदल के रख देगा। डर को दूर कर भगवान से प्रेम करने लगायेगा इतना ही नहीं हमें धार्मिक से आध्यात्मिक बनाएगा यह फाउंडेशन कोर्स।
इसके लिए हमें केवल प्रभु श्री कृष्ण, शास्त्र, संत, आध्यात्मिक गुरु, और आध्यात्मिक संगठन के प्रति श्रद्धा रखनी है। सत्संग के साथ नित्य निरंतर जुड़े रहना है। साथ ही साथ जो सुना है उस पर चिंतन करना बहुत आवश्यक है।
भगवद् गीता के 18 अध्याय इसमें हम श्रीमद् भगवद गीता के 700 श्लोकों में से कुछेक महत्वपूर्ण श्लोकों का व्यावहारिक उदाहरण के साथ अध्ययन करेंगे और सच्चिदानन्द परमपिता परमेश्वर श्री कृष्ण भगवान जी की वाणी से जीवन का मुख्य उद्देश्य जान उनके मार्गदर्शन अनुसार अपने जीवन को सार्थक बना भगवान जी की कृपा के पात्र बनेंगे।
इस समर्पण और निस्वार्थ भाव से हमारे कल्याण हेतु से ऐसे अद्भुत सत्संग उपलब्ध कराने और घर-घर मंदिर हर मन मंदिर का सपना संजोने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद निखिल जी नितिन जी, धन्यवाद गोलोक एक्सप्रेस हरि हरि बोल।
।। श्रीमद्भगवद्गीता की जय ।।