हम सभी परम पिता परमेश्वर के अंश हैं और सारा संसार ही हमारा परिवार है ऐसे में सबका साथ सबका विकास सोच के अंतर्गत , गोलोक एक्सप्रेस बांटने का भाव लिए जगत कल्याण हेतु सकारात्मक भक्ति संदेश जन जन तक पहुंचा, संसार में खोए मन को साधने, उसे नियंत्रित कर प्रभु चरणों में लगाकर समाज में जो आध्यात्मिक गरीबी है उसको हटाने में सदैव प्रयासरत रहता है। गोलोक एक्सप्रेस द्वारा भक्ति के प्रचार प्रसार के साथ-साथ साधकों को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर करने हेतु , सरल भगवद गीता सार रूप, मंत्रा बॉक्स , टैली काउंटर, माला और माला बैग जैसे भक्ति के अस्त्र शस्त्र निशुल्क वितरित किए जाते हैं। जिससे सभी नित्य निरंतर सत्संग साधना सेवा सदाचार को फॉलो कर अपने जीवन को सार्थक बना सके। सरल भगवत गीता सार रूप हमें आध्यात्मिक ज्ञान से ओतप्रोत कर जीवन जीने की कला सिखाती है। 2, मंत्रा बॉक्स हमें निरंतर प्रभु नाम श्रवण कराता है जिससे हमारे आसपास का वातावरण सकारात्मक बनता है। 3, टेली काउंटर बहुत ही सरल उपयोग में लाए जाने वाला नाम जप करने का आधुनिक यंत्र है जो बहुत ही सुविधाजनक है, 4 , वही माला और माला बैग , हमे प्रभु जी से अपने संबंध को मजबूत बनाने और साधना में दृढ़ता लाने में मदद करती है, इत्यादि। युटुब लाइव में हो या कमेंट बॉक्स में भी कोई भक्त इनकी मांग करते हैं तो गोलोक एक्सप्रेस की तरफ से भक्तों को उनके घर तक निशुल्क इन भक्ति के अस्त्र-शस्त्र को पहुंचाया जाता है। जो भी भक्त गोलोक एक्सप्रेस सत्संग से जुड़ते हैं , ऑनलाइन के माध्यम से या फिर फिजिकल सत्संग में पार्टिसिपेट करते हैं या किसी भी माध्यम से प्रभु से जुड़ने की इच्छा व्यक्त करते हैं उन्हें यह उपहार स्वरूप दिए जाते हैं। इतना ही नहीं गोलोक एक्सप्रेस सत्संग समारोह जहां पर भी होते हैं जैसे स्कूलों में , मंदिरों में , घरों में , अलग अलग शहरों में और तो और इस साल गीता जयंती महोत्सव पर कुरुक्षेत्र, ब्रह्म सरोवर और ज्योतिसर में भी भगवद कृपा से बड़े पैमाने पर यह सेवा की गई। निशुल्क वितरण के पीछे एक ही उद्देश्य कि लोग सरलता से बिना किसी अभाव के प्रभु जी से जुड़े और आध्यात्मिक उन्नति कर सके। जगत कल्याण की चाहत रखते हुए , घर घर मंदिर हर मन मंदिर के लक्ष्य को लिए गोलोक एक्सप्रेस, सभी के कल्याण हेतु एक सुंदर सकारात्मक समाज का निर्माण करने मे सदैव तत्पर है।
भगवान जी की प्रसन्नता हेतु निशुल्क निस्वार्थ सेवा भाव से गोलोक एक्सप्रेस, Sharing is Caring , Caring is Love and Love is Devotion की सोच लिए हमें सिखाता है की,जो भी हमें प्रभु ने दिया है, जो भी हमारे प्रारब्ध से हमें मिला है ,जो भी हमारे में योग्यता है हमें उसे समाज कल्याण के लिए उपयोग में लाना चाहिये। सच में आज इस कलयुग में जहां चारों तरफ हम स्वार्थ ही स्वार्थ देखते हैं वहां यह निस्वार्थ निशुल्क सेवा अपने आप में अनोखी हैं। किसी और के लिए कुछ करने से जो अंतरंग खुशी मिलती है उसका कोई मोल नहीं है। सच कहा निखिल जी ने की हम अपनी ड्यूटीज समाज कल्याण के भाव से पूरी करते हैं तो वही भक्ति हो जाती है।समाज हम से ही बनता है तो क्यों ना कुछ अच्छी शुरुआत हम ही करें बहुत ही सुंदर सोच।हम भाग्यशाली हैं कि हम गोलोक एक्सप्रेस से जुड़े हैं। आईए हम सब इसका लाभ ले और एक सुंदर सकारात्मक समाज की नींव रखें।