सनातन धर्म में गौ को माता का दर्जा दिया गया है।गौ माता की सेवा से हमारे गोविंद रीझ जातें हैं। भगवान श्री कृष्ण जी को गाय इतनी प्यारी है कि उनके धाम को गोलोक धाम कहा जाता है और गोलोक धाम के नाम पर ही हमारी संस्था का नाम गोलोक एक्सप्रेस रखा गया है। गौशाला में सेवा देना बड़े ही सौभाग्य की बात है। भगवद् कृपा से गोलोक एक्सप्रेस के द्वारा समय-समय पर ऐसी सेवाएं दी जाती है।
गोलोक एक्सप्रेस के साधक अपनी क्षमता व परिस्थिति अनुसार अलग अलग शहरों में वृद्धाश्रम, गौशाला, अनाथालय, नशा मुक्ति केंद्र आदि जगहों पर जाकर सेवा करते हैं। जन्माष्टमी के पावन दिन पर ऐसी ही प्यारी सेवा गोलोक एक्सप्रेस के संस्थापक डॉ निखिल गुप्ता जी, सह संस्थापक श्री नितिन गुप्ता जी ने अपने परिवार और गोलोक एक्सप्रेस के बहुत से साधकों के साथ चंबा के भगोत स्थित गौ सदन में की। वहां पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के विग्रह का महाअभिषेक और संकीर्तन भी किया। गोलोक एक्सप्रेस संस्था द्वारा चंबा के गौ सदन में यह सेवा हर महीने कभी शारीरिक रूप से व कभी वित्तीय सहायता के द्वारा की जाती है। साथ ही सभी भक्तों को गौ सेवा के लिए प्रेरित भी किया जाता है।